बल हमें सभी जगह लगाना होता है चाहे वह थोड़ा हो या ज्यादा। हम कह सकते हैं कि आप चलते समय भी बल लगाते है हम चलते समय वायु को चीरकर आगे चलते हैं और हवा चीरने में हमें थोड़ा-सा बल लगाना पड़ता है।
बल भौतिक विज्ञान का एक छोटा सा भाग है जिसके बारे मे इस पोस्ट में विस्तार से बताया गया है।
बल की परिभाषा
वैसा भौतिक कारण है जो किसी वस्तु की अवस्था को बदल दे, बल का कहलाता है। बल, किसी वस्तु को गति में ला सकता है, गतिमान वस्तु को रोक सकता है तथा दिशा परिवर्तन कर सकता है, बल त्वरण उत्पन्न करता है।
जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाता है तब वस्तु में मुख्यता तीन परिवर्तन होते है वस्तु की गति में परिवर्तन, वस्तु की दिशा में परिवर्तन, वस्तु का विस्थापन होता है।
साधारण बातों में हम कह सकते है खींचने या धकेलने को बल कहते है।
बल का SI मात्रक
बल का SI मात्रक न्यूटन होता है।
बलों के प्रकार
- मांसपेशी बल
- घर्षण बल
- चुंबकीय बल
- स्थिर विद्युत बल
- गुरुत्वाकर्षण बल
मांसपेशी बल किसे कहते है?
ऐसा बल जो मासपेशियो द्वारा लगाया जाता है उसे मासपेशिएँ बल कहते है।
जैसे;- साईकल चलाते समय पैडल पर पैरो से बल लगाना
घर्षण बल किसे कहते है?
चुंबकीय बल किसे कहते है?
स्थिर विद्युत बल किसे कहते है?
विद्युत आवेशों के मध्य लगने वाले आकर्षण बल को स्थिर विद्युत बल कहते है।
उदाहरण- जब हम किसी कंघी को बाल से रगड़ते है तब उसमे आवेश उत्पन्न हो जाता है और उस कंघे में थोड़े समय के लिए विद्युत चुम्बक का गन आ जाता है
गुरुत्वाकर्षण बल किसे कहते है?
पृथ्वी के द्वारा लगाया जाने वाला बल गुरुत्वाकर्षण बल कहलाता है।
बल दो प्रकार के होते है-
- संतुलित बल
- असंतुलित बल
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