धातु और अधातु से हमारे जीवन में प्रयोग किए जाने वाली बहुत से वस्तुएं बनी हुई है जिनका हम प्रयोग करते हैं आज हम धातु और अधातु के बारे में पूरी जानकारी डिटेल में पढ़ेंगे।
धातु किसे कहते है?
ऐसे पदार्थ जो दिखावट में चमकीले होते हैं, आघातवर्ध्यता होती है उष्मा तथा बिजली की चालकता होती है तथा ध्वनिता के गुण हो, धातु कहलाता है।
जैसे- सोना, चाँदी, लोहा
धातु में मुख्यतः तीन प्रकार के गुण पाए जाते हैं-
- भौतिक गुण
- रासायनिक गुण
- यांत्रिक गुण
धातुओं के सामान्य लक्षण-
प्रत्येक धातु के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जिनसे इनकी पहचान होती है धातुओं के सामान्य लक्षण निम्न है-
- धातुएँ सामान्य तापमान पर ठोस होते हैं इनके आर पार नहीं देखा जा सकता ये अपारदर्शी होते हैं।
- उसमें तथा धातु के सुचालक होते हैं।
- धातुएं गर्म होने पर फैलती है तथा ठंडा होने पर सिकुड़ती है।
धातुओं के भौतिक गुण-
धातु में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले गुणों को भौतिक गुण कहते हैं।
ये गुण निम्न प्रकार के हैं-
- रंग
- आंतरिक संरचना
- भार
- गवरीयता
- चालकता
- चुंबकत्व
यांत्रिक गुण
धातुओं के भौतिक गुणों को यदि अन्य प्रकार के गुणों में बदला जाए तो इस परिवर्तन को धातु का यान्त्रिक गुण कहते हैं।
यांत्रिक गुण निम्न प्रकार के होते हैं-
- सामर्थ्य
- प्रत्यास्थता
- सुघट्यता
- तन्यता
- भंगुरता
- आघातवर्धनीया
- चिमड़ापन या कड़ापन
- कठोरता
- टैनेसिटी
- संपीड्यता
- मशीनता
अधातु किसे कहते हैं?
वैसे पदार्थ जो विद्युत तथा उष्मा की कुचालक होती है अधातु कहलाते हैं। अधातु की सतह चमकहीन होती है अधातु भंगूर, आध्वार्निक होते है।
जैसे- कार्बन, सल्फर, नाईट्रोजन
अधातु के गुणधर्म-
- अधातु कमरे के तापमान पर ठोस, द्रव तथा गैस अवस्था में पाई जा सकती है।
- यह उष्मा और विद्युत के कुचालक होते हैं।
- अधातु में अतन्य होती है तथा इन्हें तारों के रूप में लम्बा नहीं खींचा जा सकता।
- ठोस अधातु में चमकहीनता होती है।
- अधातुओं का घनत्व कम होता है।
- अधातु में क्वथनांक तथा गलनांक काफी कम होते हैं।
- अधातु अम्लीय ऑक्साइड बनाती है।