द्वन्द्व समास, समास का एक मुख्य भाग है और इसका ज्ञान होना प्रत्येक विद्यार्थी को होना चाहिए। हम सभी इस पोस्ट में द्वंद्व समास के बारे में विस्तार से तथा सरल भाषा में जानेगे।
द्वंद्व समास हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण भाग है और द्वंद्व समास से हमारे परीक्षाओं में अनेक प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए हमें द्वन्द समास का ज्ञान होना चाहिए।
द्वन्द्व समास किसे कहते हैं?
जिस शब्द के दोनों पद प्रधान हो और विग्रह करने पर और एवं, या, अथवा शब्द लगता है, उसे द्वन्द्व समास कहते है।
Read Also-
द्वन्द्व समास के कुछ उदाहरण
माता-पिता= माता और पिता
भाई-बहन= भाई और बहन
यहाँ-वहाँ= यहाँ और वहाँ
खेल-कूद= खेल और कुद
द्वंद्व समास के भेद-
- इतरेतर द्वंद समास
- वैकल्पिक द्वंद समास
- समाहार द्वंद समास
इतरेतर द्वंद्व समास-
जिस द्वंद समास के दोनों पद और समुच्चय बोधक शब्द से जुड़े होते हैं, उसे इतरेतर द्वन्द्व समास कहते हैं।
उदाहरण-
भाई-बहन= भाई और बहन
दाल-रोटी= दाल और रोटी
आटा-दाल= आटा और दाल
वैकल्पिक द्वंद्व समास-
द्वंद्व समास के दोनों पद अथवा या समुच्चयबोधक से जुड़े रहते हैं पर विलुप्त रहते हैं उसे वैकल्पिक द्वंद्व समास कहते हैं।
उदाहरण-
छोटा-बड़ा= छोटा या बड़ा
पाप-पुण्य= पाप या पुण्य
अमीर-गरीब= अमीर गरीब
समाहार द्वंद्व समास
समास के सामाजिक शब्द का शब्दार्थ के अलावा कि भिन्नार्थ भी प्रकट होता है, उसे समाहार द्वंद्व समास कहते हैं।
जैसे- आटा दाल का भाव मालूम होना हम यहां पर आटा दाल से तात्पर्य सिर्फ आटा दाल से ही नहीं बल्कि घर गृहस्थी के झंझट और व्यवहारिक जीवन के कटु अनुभव की ओर भी इंगित है।
Post a Comment
Please Post Positive Comments & Advice