सावित्रीबाई फुले को शिक्षा जगत में याद किया जाता है क्योंकि सावित्रीबाई फुले एक ऐसी महिला थी जो कि स्त्री शिक्षा के लिए समाज से लड़ी और स्त्रियों को शिक्षित करने का काम की
सावित्रीबाई फुले कौन थी?
सावित्री बायीं फुले एक कवयित्री, शिक्षिका, और समाज सुधारक है सावित्रीबाई फुले का जनम 3 जनवरी 1831 को हुआ था इसके माता का नाम लक्ष्मी और पिता का नाम खन्दोजी नैवेसे था सावित्री बाई फुले का विवाह 1840 में ज्योतिबा फुले से हुआ था सावित्री बाई फुले मराठी में कविता लिखती थी
सावित्रीबाई फुले की शिक्षा-
सावित्रीबाई फुले को भारत की पहली महिला शिक्षिका कहा जाता है सन 1800 में महिलाओ को शिक्षा लेना मन था और सावित्रीबाई सन 1800 में जन्म हुई थी इसलिए उस समय सावित्रीबाई फुले को शिक्षा नहीं दी जा सकती थी और लोग महला शिक्षा का विरोद भी करते थे
जब सावित्रीबाई फुले स्कूल जाती थी तब लोग उनका विरोध करती थे और फुले पर पत्त्थर मरते थे लोग उनके ऊपर गंदे सामान फेकते थे
सावित्रीबाई फुले का निधन-
सावित्रीबाई फुले का निधन प्लेग के कारण 10 मार्च 1897 को हो गया फुले के निधन के समय प्लेग का प्रकोप बहुत ज्यादा था और फुले पीड़ीत लोगो की सेवा करती थी और प्लेग के छुआछूत बीमारी होने के कारण सावित्रीबाई को भी प्लेग हो गया और उनकी मृत्यु हो गयी